कल तक यह "नगर" था , आज बदलते भारत का "गहना" है :- युँ तो "जेवर" "उत्तर प्रदेश" के, "गौतम बुद्ध नगर" जिले का एक "नगर पंचायत क्षेत्र है। "जेवर" का अर्थ "आभूषण" या फिर "गहना" होता है। जेवर नगर का वर्णन रामायण काल के समय से है। जेवर रामायण काल के 'महर्षि जाबालि' की तपोभूमि है, ये वही महर्षि जाबालि हैं, जिन्हे राजादशरथ की सभा मे राज ऋषि का दर्जा प्राप्त था। अब सनातन धर्म के इस ऐतिहासिक नगर को एक बार फिर से भारत के गहने के रुप मे ही निखारने का काम यहाँ पर विश्वस्तरीय एयरपोर्ट बनाने की शुरुवात कर के करने की कोशिस करी है। इतना ही नही, बल्कि जेवर के चारो तरफ चार नया शहर क्रमश: न्यु नोयडा, टम्पल बाजना अर्बन सेंटर, न्यु आगरा, तथा न्यु वृन्दावन के नाम से बसाया जा रहा है। इन शहरो में वो हर एक सुविधा होगी, जो बडे से बडे शहरो मे होनी चाहिये। जेवर एयर पोर्ट 6 रनवे वाला भारत का पहला और विश्व का पांचवा सबसे बडा एयरपोर्ट होगा। यह लगभग 5000 हेक्टेयर के जमीन पर बन रहा और इसे बनाने के लिये लग भग 20 हजार करोड रुपये क...
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